Read Gyan Ganga by Sant Rampal Ji Maharaj in Hindi Language.
1 भक्ति मर्यादा (प्रस्तावना) - 1
- नाम कौन से राम का जपना है ? - 6
- नाम (दीक्षा) लेने वाले व्यक्तियों के लिये आवश्यक जानकारी- 8
2 सृष्टि रचना - 20
- आत्माऐं काल के जाल में कैसे फंसी ? - 22
- श्री ब्रह्मा जी, श्री विष्णु जी व श्री शिव जी की उत्पत्ति 25
- तीनों गुण क्या हैं - 26
- ब्रह्म (काल) की अव्यक्त रहने की प्रतिज्ञा - 27
- ब्रह्मा का अपने पिता (काल/ब्रह्म) की प्राप्ति के लिए प्रयत्न 29
- माता (दुर्गा) द्वारा ब्रह्मा को शाप देना - 30
- विष्णु का अपने पिता (काल/ब्रह्म) की प्राप्ति के लिए प्रस्थान व माता का आर्शिवाद पाना - 31
- परब्रह्म के सात संख ब्रह्मण्डों की स्थापना - 36
- पवित्र अथर्ववेद में सृष्टि रचना का प्रमाण - 38
- पवित्र ऋग्वेद में सृष्टि रचना का प्रमाण - 42
- पवित्र श्रीमद्देवी महापुराण में सृष्टि रचना का प्रमाण- 47
- पवित्र शिव महापुराण में सृष्टि रचना का प्रमाण - 48
- पवित्र श्रीमद्भगवत गीता जी में सृष्टि रचना का प्रमाण 49
- पवित्र बाईबिल व पवित्र र्कुआन शरीफ में सृष्टि रचना का प्रमाण 52
- पूज्य कबीर परमेश्वर (कविर् देव) जी की अमृत वाणी में सृष्टि रचना - 53
- आदरणीय गरीबदास साहेब जी की अमृतवाणी में सृष्टि रचना का प्रमाण - 56
- आदरणीय नानक साहेब जी की वाणी में सृष्टि रचना का संकेत 61
- अन्य सन्तों द्वारा सृष्टि रचना की दन्त कथा - 64
3 कौन तथा कैसा है कुल का मालिक ? - 66
- आदरणीय धर्मदास साहेब जी ‘कबीर परमेश्वर’ के साक्षी 67
- आदरणीय दादू साहेब जी ‘कबीर परमेश्वर’ के साक्षी- 68
- आदरणीय मलूकदास साहेब जी ‘कबीर परमेश्वर’ के साक्षी 69
- आदरणीय गरीबदास साहेब जी ‘कबीर परमेश्वर’ के साक्षी 69
- आदरणीय नानक जी द्वारा ‘गुरु ग्रंथ साहेब’ में ‘कबीर परमेश्वर’ का प्रमाण - 71
- प्रभु कबीर जी ने स्वामी रामानन्द जी को तत्वज्ञान समझाया 72
4 पवित्र शास्त्र भी कबीर परमेश्वर (कविर्देव) के साक्षी - 83
5 कबीर साहेब चारों युगों में आते हैं - 90
- सतयुग में कविर्देव(कबीर साहेब) का सतसुकृत नाम से प्राकाट्य 90
- त्रोतायुग में कविर्देव(कबीर साहेब) मुनिन्द्र नाम से प्राकाट्य 94
- द्वापरयुग में कविर्देव(कबीर साहेब) का करूणामय नाम से प्राकाट्य - 97
- कबीर साहेब (कविर्देव) का कलयुग में प्राकाट्य - 102
6 पूर्ण संत की पहचान (पवित्र सद्ग्रंथों से पूर्ण संत की पहचान) 107
- तीन बार में नाम जाप देने का प्रमाण - 110
7 संत सताने की सजा - 116
8 भटकों को मार्ग विषय - 119
- प्रभु प्यासे भक्त बसंत सिंह सैनी को मार्ग मिलना - 119
- अद्भुत करिश्मा - 124
- अनहोनी की परमेश्वर ने - 125
- प्रभु ने सुनी गरीबों की - 127
- भगवान हो तो ऐसा - 128
- लुटे-पिटों को सहारा - 129
- संत हो तो ऐसा - 130
- अपने भक्त को धर्मराज के दरबार से छुड़वाना - 132
- पूर्ण परमात्मा साधक को भयंकर रोग से मुक्त करके आयु बढ़ा देता है - 134
- भक्तमति सुशीला की आँख ठीक करना - 136
- तीन ताप को पूर्ण परमात्मा ही ठीक कर सकता है - 136
9 कबीर साहेब की काल से वार्ता - 141
10 विश्व विजेता सन्त (संत रामपाल जी महाराज की अध्यक्षता में हिन्दुस्तान विश्व धर्म गुरु के रूप में प्रतिष्ठित होगा - 144
- संत रामपाल जी महाराज के विषय में ‘नास्त्रोदमस’ की भविष्यवाणी 144
- संत रामपाल जी महाराज के समर्थन में अन्य भविष्यवक्ताओं की भविष्यवाणियाँ - 149
- संत रामपाल जी महाराज का संक्षिप्त परिचय - 152
11 प्रमाण के लिए देखें फोटो काॅपी - 158
12 यथार्थ ज्ञान प्रकाश (परमेश्वर के विषय में शास्त्रा क्या बताते हैं ?) 174
- पवित्र गीता जी का ज्ञान किसने कहा ? - 175
- श्रीमद्भगवत् गीता सार - 183
- तीनों गुण क्या हैं ? प्रमाण सहित - 190
- पुराण वाक्यों का सार - 192
- त्रिगुण माया जीव को मुक्त नहीं होने देती - 192
- अन्य देवताओं (रजगुण ब्रह्मा जी, सतगुण विष्णु जी, तमगुण शिव जी) की पूजा बुद्धिहीन ही करते हैं - 196
- पवित्र चारों वेदों अनुसार साधना का परिणाम केवल स्वर्ग- महास्वर्ग प्राप्ति, मुक्ति नहीं - 199
- शास्त्रा विधि विरूद्ध साधना पतन का कारण - 199
- श्राद्ध निकालने वाले पितर बनेगें, मुक्ति नहीं - 199
- तत्वज्ञान प्राप्ति के पश्चात् ही भक्ति प्रारम्भ होती है - 204
- गीता ज्ञान दाता ब्रह्म का ईष्ट (पूज्यदेव) पूर्ण ब्रह्म है- 205
- ब्रह्म का साधक ब्रह्म को तथा पूर्ण ब्रह्म का साधक पूर्ण ब्रह्म को ही प्राप्त होता है - 206
- ब्रह्म (क्षर पुरूष) की साधना अनुत्तम (घटिया) है - 207
- शंका समाधान - 210
- गद्दी तथा महंत परम्परा की जानकारी - 211
- पवित्र तीर्थ तथा धाम की जानकारी - 214
- स्वर्ग की परिभाषा क्या है ? - 223
- गीता ज्ञान दाता की उत्पत्ति का संकेत - 230
- कबीर साहेब द्वारा विभिषण तथा मंदोदरी को शरण में लेना 232
- द्वापर युग में इन्द्रमति को शरण में लेना - 235
- पवित्र पुराणों का रहस्य - 240
13 ण्शास्त्रार्थ विषय - 258
14 भटकों को सतमार्ग - 267